लाडनूं (हमारा वतन) जैन विश्वभारती संस्थान मान्य विश्वविद्यालय के योग एवं जीवन विज्ञान विभाग के तत्वावधान में कुलपति प्रो. बच्छराज दूगड़ के निर्देशन में आयोजित पांच दिवसीय कार्यशाला के शुभारंभ पर योगा संजीवनी इंटरनेशनल के संस्थापक डा. सुरेन्द्र चौधरी ने कहा कि योग जीवन के हर क्षेत्र में हस्तक्षेप करके उसे सुन्दर और माधुर्यपूर्ण बनाने में सक्षम है। इसके लिए हमें योग को जीवन के हर क्षेत्र में प्रतिष्ठापित करना होगा। उन्होंने अलग-अलग क्षेत्र में योग की भूमिका और उसके लिए कार्य करने की विधियों पर प्रकाश डाला।
प्रो. समणी मल्लिप्रज्ञा ने कार्यशाला का शुभारम्भ करते हुए कहा कि योग अपनी वैज्ञानिकता को भी सिद्ध कर चुका है। अब आवश्यकता इस बात की है कि हम योग के अनुभव और विज्ञान के साथ उनके सामंजस्य को जन-जन तक पहुंचाएं।
सहायक आचार्य डा. प्रद्युम्न सिंह शेखावत ने प्रारम्भ में विषयवस्तु एवं कार्यशाला के महत्व पर प्रकाश डालते हुए। इसमें भाग लेने वाले विषय विशेषज्ञों एवं सम्भागियों के बारे में जानकारी दी। कार्यशाला के शुभारंभ सत्र के अंत डा. युवराज सिंह खांगारोत ने आभार ज्ञापित किया।
कार्यक्रम में डा. बीएल जैन, डा. हेमलता जोशी, डा. विनोद सियाग, डा. समणी श्रेयशप्रज्ञा आदि उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन डा. अशोक भास्कर ने किया।
– रिपोर्ट : जगदीश यायावर
हम सभी किसी ना किसी रूप में जरूरतमंदों की सेवा कर सकते हैं | पड़ोसी भूखा नहीं सोए इसका ध्यान रखें |
” हमारा वतन ” कोरोना योद्धाओं को दिल से धन्यवाद देता है |
विडियो देखने के लिए -https://www.youtube.com/channel/UCDNuBdPbTqYEOA-jHQPqY0Q
अपने आसपास की खबरों , लेखों और विज्ञापन के लिए संपर्क करें – 9214996258, 7014468512,9929701157.