जयपुर (हमारा वतन) दिल्ली और उत्तर भारत के राज्यों में कड़ाके की ठंड पड़ रही है। भारतीय मौसम विभाग ने भी ठंड और कोहरे को देखते हुए चेतावनी जारी की है। दिल्ली में न्यूनतम तापमान 2 डिग्री से भी नीचे पहुंच चुका है।
वहीं कोहरे की घनी चादर सोमवार को भी देखने को मिल रही है। सर्दी को देखते हुए स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने चिंता जाहिर की है। हाड़ कंपाती ठंड सेहत के लिए नुकसानदेह है। इस मौसम में हार्ट अटैक और ब्रेन स्ट्रोक का खतरा सबसे ज्यादा रहता है।
ठंड में हार्ट अटैक का खतरा – ठंड की वजह से शरीर की रक्त वाहिकाएं सिकुड़ने लगती है और दिल तक रक्त पहुंचने में मुश्किल होती है। रक्त वाहिकाओं में खून का थक्का जमने लगता है। अक्सर देखा गया है सर्दियों में फाइब्रिनोजन हार्मोंस का स्तर शरीर में 23 प्रतिशत तक बढ़ जाता है। वहीं प्लेटलेट्स भी कम होने लगते हैं, जिसकी वजह से दिल का दौरा पड़ता है।
क्यों होता है हार्ट अटैक – सर्दी में शरीर के तापमान को स्थिर रखने के लिए ह्रदय को तेजी से कार्य करना पड़ता है। पूरे शरीर में रक्त पहुंचाने के लिए दिल तेजी से पंप करता है क्योंकि रक्त वाहिकाएं ठंड से सिकुड़ी रहती है। जिसकी वजह से ब्लड प्रेशर बढ़ता है और दिल का दौरा पड़ने की संभावना हो जाती है। हाइपरटेंशन के साथ ही डायबिटीज और हाई बीपी के मरीजों को हार्ट अटैक का खतरा ज्यादा होता है। हालांकि इस सर्दी में किसी को भी दिल के दौरे का खतरा हो सकता है।
हो चुकी हैं मौतें – उत्तर प्रदेश के कानपुर में ठंड और कोहरे की वजह से 25 लोगों की मौत हार्ट अटैक और ब्रेन स्ट्रोक की वजह से हुई है। जिनमे से 17 लोगों को किसी तरह की मेडिकल सुविधाएं भी नहीं मिल सकी।
कैसे करें बचाव –
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सर्दी से बचने के लिए डॉक्टर और विशेषज्ञों की राय पर अमल करना जरूरी है।
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कई परत के ऊनी कपड़ों से शरीर को गर्म बनाकर रखें।
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बिना जरूरत बाहर जाने से बचें, खासतौर पर सुबह के वक्त जब कोहरा घना होता है और तापमान कम रहता है।
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सिर से शरीर की गर्मी तेजी से बाहर निकल सकती है इसलिए सिर और कान को अच्छी तरह से ढंककर रखें।
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घर में ही शारीरिक गतिविधि करें और ब्लड शुगर को नियंत्रित रखें।
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अगर आप बीपी और हाइपरटेंशन की दवाएं लेते हैं तो इन्हें समय पर लें।
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स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि सर्दियों में विटामिन डी सप्लीमेंट्स लेने से दिल की बीमारियों से बचा जा सकता है।