नई दिल्ली (हमारा वतन) दशहरा या विजयादशी का त्योहार बुराई पर अच्छाई का प्रतीक है। इस साल दशहरा 24 अक्टूबर 2023, मंगलवार को मनाया जाएगा। हर साल शारदीय नवरात्रि के अंतिम दिन को दशहरा के रूप में मनाते हैं। हिंदू पंचांग के अनुसार, यह त्योहार आमतौर पर सितंबर या अक्टूबर महीने में आता है।
शास्त्रों के अनुसार, विजयादशमी को रावण नामक राक्षस पर भगवान श्री राम की विजय के रूप में मनाया जाता है। विजयादशमी को महिषासुर नामक दानव पर देवी दुर्गा की विजय के रूप में भी मनाया जाता है। विजयादशमी को दशहरा या दसरा भी कहते हैं।
दशहरा या विजयादशमी रावण दहन शुभ मुहूर्त 2023 – विजयदशमी के दिन रावण दहन का विजय मुहूर्त दोपहर 02 बजकर 05 मिनट से 02 बजकर 51 मिनट तक है। पूजन की अवधि 46 मिनट है।
विजयदशमी या दशहरा 2023 पूजन मुहूर्त – रावण दहन का अपराह्न मुहूर्त का समय 24 अक्टूबर 2023 दोपहर 01 बजकर 20 मिनट से 03 बजकर 37 मिनट तक है। श्रवण नक्षत्र प्रारंभ 22 अक्टूबर को शाम 06 बजकर 44 मिनट से शुरू होगा जो कि 23 अक्टूबर को शाम 05 बजकर 14 मिनट तक रहेगा।
विजयदशमी तिथि कब से कब तक – दशमी तिथि 23 अक्टूबर को शाम 05 बजकर 44 मिनट से प्रारंभ होगी जो कि 24 अक्टूबर को दोपहर 03 बजकर 14 मिनट तक रहेगी।
दशहरा की पूजा विधि –
1. दशहरा की पूजा हमेशा अभिजीत, विजयी और अपराह्न काल में की जाती है।
2. अपने घर के ईशान कोण में दशहरा पूजन करें।
3. पूजा स्थल को गंगा जल से पवित्र करें।
3. कमल की पंखुड़ियों से अष्टदल बनाएं इसके बाद देवी अपराजिता से सुख-समृद्धि की कामना करें।
4. अब भगवान राम और हनुमान जी की पूजा करें।
5. अंत में माता की आरती करें और भोग का प्रसाद वितरित करें।
दशहरा के दिन कौन से उपाय करने चाहिए –विजयादशमी के दिन नीलकंठ पक्षी के दर्शन करने से पूरे साल मां लक्ष्मी की कृपा रहती है। कहते हैं कि दशहरे के दिन शमी के पौधे की पूजा शमी के पौधे में सरसों के तेल का दीपक जलाने के साथ ही साथ उसकी पूजा करने से घर में सुख-समृद्धि व उन्नति आती है।
रिपोर्ट – राम गोपाल सैनी
किसी भी कार्यक्रम को लाइव दिखाने के लिए संपर्क करें – 9214996258,7014468512.