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उत्तर प्रदेश (हमारा वतन) उत्तर प्रदेश सरकार ने एक बड़ा फैसला किया है। इस बार प्रदेश में 10वीं बोर्ड की एग्जाम नहीं होगी। इसलिए 29 लाख छात्र बिना परीक्षा के पास होंगे। वहीं 12वीं की परीक्षा जुलाई के दूसरे हफ्ते में हो सकती है, डेढ़ घंटे में तीन सवाल के सिर्फ जवाब देने होंगे।
उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा ने यह जानकारी दी है। उन्होंने बताया कि कोरोना के चलते इस बार ऐसा करना पड़ेगा। 2021 में निर्धारित उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद की कक्षा 10 की बोर्ड एग्जाम को निरस्त करने का निर्णय किया गया है।
CBSE ने अप्रैल में किया था निर्णय
उत्तर प्रदेश में कोरोना संक्रमण के चलते माध्यमिक शिक्षा परिषद की हाईस्कूल व इंटर मीडिएट परीक्षा 2021 नहीं हो सकी है। आमतौर पर ये परीक्षाएं फरवरी और मार्च में होती रही हैं। पिछले शिक्षण सत्र 2020 में 18 फरवरी से परीक्षाएं हुई थीं, लेकिन पहले चुनाव की वजह से परीक्षाओं का कार्यक्रम दो बार घोषित करके स्थगित करना पड़ा है।
CBSE ने अप्रैल में ही निर्णय लिया था कि, वह हाई स्कूल के परीक्षार्थियों को अगली कक्षा में प्रमोट करेगा। इसके बाद से यही कयास लगाया जा रहा था कि यूपी बोर्ड भी उसी की राह चल सकता है, लेकिन उस समय तक हाई स्कूल के परीक्षार्थियों को प्रमोट करने का आधार नहीं मिल पा रहा था। अब यूपी बोर्ड ने भी CBSE की तरह एग्जाम रद्द करने का फैसला ले लिया।
हाईस्कूल में इतने छात्र पंजीकृत
- कुल छात्र: 29.94 लाख
- बालक: 16 लाख 74 हजार 22
- बालिकाएं: 13 लाख 20 हजार 290