नई दिल्ली (हमारा वतन) शारदीय नवरात्रि का छठवां दिन कल है। नवरात्रि का छठा दिन मां दुर्गा के स्वरूप मां कात्यायनी को समर्पित होता है। नवरात्रि के नौ दिन मां दुर्गा के अलग-अलग स्वरूपों की पूजा की जाती है। मां कात्यायनी के स्वरूप की बात करें तो माता रानी का स्वरूप अत्यंत भव्य व चमकीला है। मां की चार भुजाएं हैं और मां का वाहन सिंह हैं। जानें नवरात्रि के पांचवें दिन की पूजा विधि, शुभ मुहूर्त, भोग, मंत्र व आरती-
मां कात्यायनी पूजन शुभ मुहूर्त –
ब्रह्म मुहूर्त- 04:37 AM से 05:25 AM।
अभिजित मुहूर्त- 11:47 AM से 12:34 PM।
विजय मुहूर्त- 02:09 PM से 02:57 PM।
गोधूलि मुहूर्त- 05:55 PM से 06:19 PM।
अमृत काल- 06:48 PM से 08:20 PM।
रवि योग- 06:14 AM से 03:11 AM, अक्टूबर 02
मां कात्यायनी पूजा विधि –
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सुबह जल्दी उठकर स्नान आदि से निवृत्त हो जाएं और फिर साफ- स्वच्छ वस्त्र धारण कर लें।
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मां की प्रतिमा को शुद्ध जल या गंगाजल से स्नान कराएं।
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मां को पीले रंग के वस्त्र अर्पित करें।
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मां को स्नान कराने के बाद पुष्प अर्पित करें।
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मां को रोली कुमकुम लगाएं।
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मां को पांच प्रकार के फल और मिष्ठान का भोग लगाएं।
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मां कात्यायनी को शहद का भोग अवश्य लगाएं।
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मां कात्यायनी का अधिक से अधिक ध्यान करें।
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मां की आरती भी करें।