नई दिल्ली (हमारा वतन) देश बदला, विरोधी टीम बदली, टूर्नामेंट बदला…बस एक बात नहीं बदली। वह है सूर्यकुमार यादव की बल्लेबाजी। माउंट मॉन्गनुई के बे ओवल मैदान पर न्यूजीलैंड के खिलाफ दूसरे टी-20 इंटरनेशनल में सूर्या ने सिर्फ 51 गेंद पर 111 रन बना दिए। स्ट्राइक रेट रहा 217.64, इस पारी में 11 चौके और 4 छक्के लगाए।
सूर्या इस पारी में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले भारतीय बल्लेबाज रहे। दूसरे टॉप स्कोरर ईशान किशन रहे। उन्होंने 36 रन बनाए। सबसे बेहतरीन स्ट्राइक रेट भी सूर्या का रहा। 9 बॉल पर 13 रन बनाने वाले श्रेयस अय्यर दूसरे नंबर पर रहे। उनका स्ट्राइक रेट 144 का था। चौके और छक्के में भी कोई सूर्या के आस-पास नहीं था। टी-20 इंटरनेशनल में भारत के लिए अब तक 11 शतक लगे हैं। 4 शतक इसी साल आए। इनमें से 2 तो अकेले सूर्यकुमार यादव ने ही बनाए हैं।
सूर्या और देश के बाकी बल्लेबाजों के बीच यह फर्क सिर्फ इस मैच में देखने को नहीं मिला। यह पांच महीने की कहानी है। मैच चाहे इंग्लैंड में हो, UAE में हो, भारत में हो, ऑस्ट्रेलिया में हो या न्यूजीलैंड में हो…सूर्या हर जगह चमकते रहे।
मूलतः बनारस के रहने वाले इस मुंबईकर ने इसी साल भारत के इंग्लैंड दौरे से ऐसी बल्लेबाजी की है मानो भारतीय टी-20 क्रिकेट के आकाश में वे इकलौते सूरज हों। उनके सौरमंडल में दूसरे बल्लेबाजों की हैसियत क्षुद्र ग्रहों से ज्यादा नहीं रही। हर पैमाने और ज्यादातर आंकड़ों में वो सब पर हावी साबित हुए। चलिए देखते हैं कि इस साल जुलाई से अब तक कैसे सूर्या ने खुद को टी-20 क्रिकेट का किंग साबित किया।