जयपुर (हमारा वतन) सांभर क्षेत्र के पर्यटन कला एवं संस्कृति को बढ़ावा देने के उद्देश्य से पर्यटन विभाग व जयपुर जिला प्रशासन द्वारा 24 से 28 जनवरी 2025 तक पांच दिवसीय सांभर महोत्सव का आयोजन सांभर कस्बे में झपोक झील के किनारे आयोजित किया गया।
महोत्सव का शुभारंभ फुलेरा के पूर्व विधायक निर्मल कुमावत और विभाग के अतिरिक्त निदेशक राकेश शर्मा ने 24 जनवरी को गुब्बारे उडाकर किया। इस पांच दिवसीय महोत्सव के दौरान देसी, विदेशी पर्यटकों को आकर्षित करने के उद्देश्य से रोमांचक बाईक राईड, फैन्सी पंतगबाजी, पैरा सेलिंग, एटीवी राईड्स, ऊट सवारी, छायाचित्र प्रदर्शनी, सांभर नमक बनाने की प्रक्रिया देखने हेतु भ्रमण, शानदार व सुन्दर पक्षी देखने के अनुभव के साथ-साथ लोक कलाकारों की आकर्षक व शानदार नृत्य व गायन प्रस्तुतियों का आनन्द भी लिया।
महोत्सव के दौरान राजस्थानी कला एवं शिल्प स्टॉल, फोटोग्राफी प्रदर्शनी, फैन्सी पतंग उड़ाने का प्रदर्शन, पैरा सेलिंग, पैरा मेटरिंग, एटीवी राइड्स, पक्षी अवलोकन और साल्ट लेक का भ्रमण और सांस्कृतिक संध्या पर्यटकों के लिए खास आकर्षण का केन्द्र रहे। इसके अलावा लोक कलाकारों की मनमोहक प्रस्तुतियां, सांभर टाउन हेरिटेज वॉक, पंेटिंग और रंगोली प्रतियोगिता, घुडसवारी, ऊंटसवारी और ऊंटगाड़ी की सवारी सहित आकाशीय सितारों का अवलोकन और एस्ट्रो टूरिज्म ने भी पर्यटकों को आकर्षित किया।
पर्यटन विभाग के उपनिदेशक उपेन्द्र सिंह शेखावत ने बताया कि पांच दिवसीय सांभर महोत्सव में देशी-विदेशी सैलानियों और स्थानीय लोगों को सांस्कृतिक, धार्मिक और रोमांचक अनुभवों से रूबरू कराया गया। उन्होंने बताया कि सांभर की सॉल्ट लेक अब प्री-वेडिंग शूट और एस्ट्रो टूरिज्म के लिए भी लोकप्रिय हो रही है। सांभर सॉल्ट कैंपस, देवयानी तीर्थ सरोवर और मेला ग्राउंड पर इस महोत्सव के दौरान कई भव्य आयोजन हुए, जिसमें पर्यटकों के साथ ही स्थानीय लोग उमंग और उत्साह के साथ शामिल हुए।
इस अविस्मरणीय, मनमोहक सांभरलेक लोक महोत्सव में दो लाख से अधिक देशी विदेशी पर्यटकों की उपस्थिति राजस्थान की उप मुख्यमंत्री व पर्यटन मंत्री की दूरर्शिता, प्रयासों के साथ-साथ पर्यटन विभाग के अधिकारियों के कठोर परिश्रम का प्रतिफल है। यह कहने में कोई अतिशयोक्ति नहीं होगी की अब प्रदेश में सांभरलेक भी नए टूरिस्ट डेस्टिनेशन के रूप में उभरकर सामने आने लगा है।
रिपोर्ट – राम गोपाल सैनी