नई दिल्ली (हमारा वतन) विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर “भूमि पुनर्स्थापन, मरुस्थलीकरण तथा सूखे से निपटने की क्षमता” आधारित थीम के तहत भारतीय वनस्पति सर्वेक्षण, शुष्क अंचल क्षेत्रीय केंद्र, जोधपुर में आयोजित कार्यक्रम में जय नारायण व्यास विश्वविद्यालय के वनस्पति विभाग के पूर्व प्रोफेसर (डॉ) एन. एस. शेखावत ने कहा कि आज पर्यावरण प्रदूषण का सबसे ज्यादा खतरा पृथ्वी को उठाना पड़ रहा है। हमारी जननी, संरक्षक और पोषणकर्ता पृथ्वी विभिन्न प्रकार के प्रदूषकों की वजह से बंजर होती जा रही है।
प्लास्टिक, विभिन्न प्रकार के कीटनाशक, प्रदूषक तथा अत्यधिक जल दोहन पृथ्वी की उर्वरक क्षमता को लगातार कम करते जा रहे हैं जो पर्यावरण के लिए अत्यधिक घातक साबित हो रहा है। बढ़ते हुए पृथ्वी के तापमान और घटते हुए जलस्तर तथा प्रदूषण के उच्च स्तर की वजह से मानव सहित अनेकों पादप प्रजातियां पर संकट मंडरा रहा हैं। सबसे बड़ी समस्या यह है कि हम विभिन्न प्रकार के जानवरों के बारे में तो जानते हैं लेकिन खाद्य श्रृंखला में उत्पादक के रूप में इस जंतु जगत का पोषण करने वाले पेड़ पौधों के संरक्षण तथा संवर्धन के प्रति उदासीन है। यदि हम जागरूक होकर पेड़ पौधों का संरक्षण करके जंगल को बचा सकेंगे और नए जंगल लगा सकेंगे तभी आने वाले समय में यह पृथ्वी बच पाएगी।
कार्यालय अध्यक्ष डॉ एस. एल. मीना ने मुख्य अतिथि डॉ. एन. एस. शेखावत तथा विशिष्ट अतिथि वरिष्ठ चित्रकार रतन सिंह राजपुरोहित का स्वागत अभिनंदन करते हुए भारतीय वनस्पति सर्वेक्षण की संक्षिप्त जानकारी प्रस्तुत की। वैज्ञानिक डॉ विनीत रावत ने पेड़ पौधों के संरक्षण एवं पहचान से संबंधित अखिल भारतीय स्तर पर चल रहे प्रोजेक्ट और कार्यक्रमों की जानकारी दी।
इस समारोह में 30 स्कूली छात्र-छात्राओं ने पेंटिंग प्रतियोगिता में भाग लेकर पर्यावरण से संबंधित विभिन्न प्रकार की समस्याओं एवं सुंदर प्रकृति व पृथ्वी की पेंटिंग बनाकर पर्यावरण दिवस को जीवंत बना दिया। प्रतियोगिता में कनिष्ठ वर्ग में प्राशी राय प्रथम, शौर्य द्वितीय तथा सूर्या श्रीवास तृतीय स्थान पर रहे। मध्यम आयु वर्ग में समर प्रथम, मानन्या द्वितीय तथा लव्य तृतीय स्थान पर रहे। वरिष्ठ वर्ग में संगीता यादव प्रथम, कार्तिकेय सिंह राजपुरोहित द्वितीय तथा आद्या ने तृतीय स्थान प्राप्त किया।
डॉ पुरुषोत्तम डेरोलिया ने बच्चों के लिए प्रश्नोत्तरी का आयोजन किया। कार्यालय परिसर में अवस्थित मरु उद्यान में पौधारोपण किया गया। कार्यालय के सभी वैज्ञानिकों और कर्मचारियों ने इस आयोजन में सक्रीय भागीदारी निभाई। वैज्ञानिक ‘ ई’ डॉ पुष्पा कुमारी ने धन्यवाद ज्ञापित किया तथा हर्षित कुलश्रेष्ठ ने मंच संचालन किया।
रिपोर्ट – राम गोपाल सैनी