जयपुर (हमारा वतन) खुले बोरवेल में बच्चों के गिरने की घटना को लेकर जिला प्रशासन सतर्क एवं संवेदनशील है। रामधन की सुरक्षा सुनिश्चित करने एवं ऐसे हादसों को रोकने के लिए जिला कलक्टर डॉ. जितेंद्र कुमार सोनी के निर्देश पर शनिवार को जिले के प्रशासनिक अधिकारियों ने मुहिम के तहत जिले में कुल 328 खुले बोरवेल को बंद करवाया।
जयपुर तहसील में 4 बोरवेल, आमेर तहसील में 15 बोरवेल, कालवाड़ तहसील में 2 बोरवेल, तूंगा तहसील में 50 बोरवेल, जमवारामगढ़ तहसील में 6 बोरवेल, माधोराजपुरा तहसील में 7 बोरवेल, बस्सी तहसील में 17 बोरवेल, चाकसू तहसील में 32 बोरवेल, आंधी तहसील में 15 बोरवेल, किशनगढ़- रेनवाल तहसील में 2, कोटखावदा तहसील में 5, सांभर तहसील में 31 बोरवेल, जोबनेर तहसील में 10 बोरवेल, रामपुरा डाबड़ी तहसील में 7, सांगानेर तहसील में 12 बोरवेल, शाहपुरा तहसील में 20 बोरवेल, चौमूं तहसील में 20 बोरवेल ,जालसू तहसील में 10 बोरवेल, दूदू तहसील में 27 बोरवेल, फागी तहसील में 14 बोरवेल और मोजमाबाद तहसील में 22 खुले बोरवेल बंद करवाए गए।
गौरतलब है कि जिला कलेक्टर डॉ. जितेंद्र कुमार सोनी ने जिले में बोरवेल खुदाई से 15 दिन पहले प्रशासन को सूचना देने के आदेश जारी किए थे।वहीं जिला कलक्टर के निर्देश पर खुले बोरवेल को बंद करने के निर्देश पर जिले के उपखंड अधिकारियों पर तहसीलदार सेवा के अधिकारियों ने चिन्हित 328 खुले बोरवेल को लोहे के ढक्कन सहित अन्य उपायों से बंद करवाया।
रिपोर्ट – राम गोपाल सैनी