जयपुर में राष्ट्रीय सहकार मसाला मेला 2023 एवं ऑर्गेनिक फ़ूड फ़ेस्टिवल हुआ सम्पन्न

जयपुर (हमारा वतन) जवाहर कला केन्द्र परिसर में आयोजित दस दिवसीय राष्ट्रीय सहकार मसाला मेला-2023 व तीन दिवसीय ऑर्गेनिक फ़ूड फेस्टिवल में जयपुरवासियों ने 2.10 करोड़ रुपये से अधिक के मसालों की खरीद की। 28 अप्रेल से प्रारम्भ हुए मेले का रविवार, 07 मई को समापन हो गया। समापन समारोह में सहकारी समितियों के रजिस्ट्रार मेघराज सिंह रतनू ने श्रेष्ठ स्टॉलों को प्रशस्ति पत्र और स्मृति चिह्न देकर सम्मानित किया। उन्होंने कहा कि यह मेला सहकारी समितियों के व्यवसाय में वृद्धि करने के अच्छे प्रयास का एक बेहतर प्लेटफॉर्म प्रदान करता है।

रजिस्ट्रार रतनू ने बताया कि सहकार मसाला मेले का वास्तविक लाभ किसानों और आम उपभोक्ताओं तक पहुंचाने के लिए सहकारी संस्थाओं के विशेष उत्पाद सहकारिता के भण्डारों पर उपलब्ध कराने के प्रयास किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि आमजन को कॉनफैड के माध्यम से पहली बार जैविक कुकीज़ उपलब्ध कराने की शुरूआत की गई है।

वन स्टॉप के रूप में विकसित होंगी संस्थाएं : –

रजिस्ट्रार ने कहा कि प्रदेश में सहकारिता सीधे रूप में 3 करोड़ से अधिक लोगों से जुडी हुई है और यह उनकी मुस्कराहट का एक कारण है। उन्होंने कहा कि हम सहकारी संस्थाओं को आमजन की आवश्यकताओं के अनुसार तैयार करेंगे और उन्हें वन स्टॉप के रूप में विकसित कर एक ही छत के नीचे गुणवत्तापूर्ण उत्पाद एवं सेवायें उचित मूल्य पर उपलब्ध कराएंगे।

सहकार मसाला मेले को मिला जबरदस्त रेस्पोंस : –

रतनू ने बताया कि सहकार मेलों के माध्यम से आम आदमी तक सहकारी उत्पादों की पहुंच होने लगी है और इससे सहकारिता की विश्वसनीयता बढ़ी है, उपभोक्ताओं को फायदा होता है और सहकारी संस्थाओं के कारोबार में बढ़ोतरी होती है। उन्होंने राष्ट्रीय सहकार मसाला मेला की सफलता के लिए जयपुरवासियों, मीडिया एवं इससे जुड़े अधिकारियों व कार्मिकों को बधाई दी। रजिस्ट्रार ने बताया कि सहकार मसाला मेले को जयपुरवासियों के प्रेम और रेस्पांस से सहकारी संस्थाओं मे नया उत्साह आया है। उन्होंने बताया कि सहकार मेले से सहकारी संस्थाओं में व्यावसायिक समझ पैदा हुई है।

बिक्री में ये संस्थाएं रही अव्वल : –

उन्होंने बताया कि सहकार मसाला मेले में सर्वाधिक बिक्री के लिए अन्य प्रदेशों में केरल स्टेट कोऑपरेटिव मार्केटिंग फैडरेशन, शीर्ष संस्थाओं में प्रथम कॉनफैड व द्वितीय स्थान पर तिलम संघ रहा। क्रय-विक्रय सहकारी समितियों में प्रथम मथानिया, दूसरा नागौर एवं तीसरा स्थान किशनगढ़ का रहा। इसी तरह से जिला उपभोक्ता भण्डारों की श्रेणी में कोटा, उदयपुर व जोधपुर क्रमशः पहले, दूसरे और तीसरे स्थान पर रहे।

विभिन्न श्रेणियों में मिले पुरस्कार : –

उन्होंने बताया कि 28 अप्रेल से आयोजित सहकार मेले में कारोबार एवं डिसप्ले की दृष्टि से समितियों को पुरस्कृत किया गया है। सर्वश्रेष्ठ डिसप्ले के आधार पर राष्ट्रीय स्तर की संस्थाओं में इफको, कृभको तथा शीर्ष सहकारी संस्थाओं में राजफैड, कॉनफैड, तिलम संघ, जयपुर डेयरी एवं अपैक्स बैंक को सम्मानित किया गया। राज्य विशेष के विशिष्ट उत्पादों एवं मसालों की बिक्री एवं प्रदर्शन हेतु मार्केफैड केरल, पंजाब, टैनफैड तमिलनाडु की सहकारी संस्थाओं को सम्मानित किया गया। ले आउट के आधार पर जिला उपभोक्ता भण्डारों की श्रेणी में उदयपुर, भरतपुर व भीलवाड़ा क्रमशः पहले, दूसरे और तीसरे स्थान पर रहे।

इस मौके पर मेले के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक, एसएलडीबी, विजय शर्मा, चुनाव प्राधिकरण के प्राधिकृत अधिकारी बिजेंद्र राजोरिया, अतिरिक्त रजिस्ट्रार (द्वितीय) शिल्पी पांडे, महाप्रबंधक, कॉनफ़ेड अनिल कुमार एवं राजेंद्र सिंह सहित विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।

रिपोर्ट – राम गोपाल सैनी

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