जयपुर (हमारा वतन) आयुष राज्यमंत्री डॉ. सुभाष गर्ग ने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की निरोगी राजस्थान की संकल्पना को साकार करने की दिशा में राज्य सरकार प्रदेश में आयुर्वेद एवं भारतीय चिकित्सा पद्धति को लगातार बढावा दे रही है। जिसके परिणामस्वरूप आयुष पद्धति के प्रति लोगों में रूझान बढ़ा है और यह एलोपैथी के मजबूत विकल्प के रूप में उभर रही है। अन्य राज्यों के समक्ष राज्य सरकार की यह एक अनुकरणीय पहल है।
आयुष राज्यमंत्री सीतापुरा स्थित जयपुर एग्जीबिशन एंड कन्वेंशन सेंटर (जेईसीसी) में केंद्रीय आयुष मंत्रालय, राज्य के आयुष विभाग तथा पीएचडी चैंबर ऑफ कॉमर्स के संयुक्त तत्वावधान में राष्ट्रीय आरोग्य मेले के शुभारंभ समारोह को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे थे। डॉ. गर्ग ने कहा कि आयुष के क्षेत्र में राजस्थान देश में अव्वल है। राज्य सरकार हर पंचायत स्तर पर आयुष आधारित चिकित्सा और स्वास्थ्य सुविधाएं विकसित करने की दिशा में काम कर रही है।
आयुष राज्य मंत्री ने आयुष के क्षेत्र में राजस्थान की उपलब्धियों की चर्चा करते हुए कहा कि राजस्थान के जोधपुर में देश का दूसरा आयुर्वेद विश्वविद्यालय है। प्रदेश में कोरोना महामारी और लम्पी संकट के दौरान होम्योपैथी ने शानदार काम किया। कोविड के समय आयुष विभाग द्वारा विकसित काढ़ा पूरे देश-दुनिया में कारगर सिद्ध हुआ है।
आयुर्वेद एवं भारतीय चिकित्सा पद्धति विभाग की शासन सचिव विनीता श्रीवास्तव ने राज्य सरकार द्वारा आयुष के प्रसार के लिए किए जा रहे प्रयासों की जानकारी देते हुए बताया कि प्रदेश के आयुर्वेद, यूनानी, होम्योपैथी, योग और प्राकृतिक चिकित्सा कॉलेजों में अध्यनरत छात्र आने वाले समय में पूरे देश में प्रदेश का मान बढ़ाएंगे।
मेले के नोडल अधिकारी डॉ जितेंद्र सिंह कोठारी ने बताया कि 23 अप्रेल तक आयोजित राष्ट्रीय आरोग्य मेले में लगभग 100 स्टॉल्स के माध्यम से विभिन्न आयुष उपकरण एवं औषधियां प्रदर्शित की गई हैं। जिनके माध्यम से आगंतुकों को जागरूक किया जाएगा।
कोठारी ने बताया कि आरोग्य मेले में आयुष उद्योग प्रदर्शनी, निशुल्क ओपीडी, दवा वितरण, उपचार एवं परामर्श के साथ-साथ आयुर्वेद, होम्यो, यूनानी, योग एवं प्राकृतिक चिकित्सा पद्धतियों का प्रदर्शन किया जाएगा। उन्होंने बताया कि मेले में चार दिन में विभिन्न सत्रों का आयोजन किया जाएगा। यह सत्र अस्वस्थ जीवन शैली के कारण उत्पन्न हो रही स्वास्थ्य समस्याओं से निजात पाने के लिए कारगर साबित होंगे। कार्यक्रम में राजस्थान पीएचडी चैंबर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष दिग्विजय ढाबरिया, राष्ट्रीय आयुर्वेद संस्थान के प्रोफेसर आर के जोशी सहित अन्य गणमान्यजन व बड़ी संख्या में आगंतुक उपस्थित रहे।
रिपोर्ट – राम गोपाल सैनी
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