जयपुर (हमारा वतन) साइनस की समस्या से व्यक्ति किसी भी तरह राहत पाना चाहता है। क्योंकि बंद नाक की वजह से सांस लेना मुश्किल हो जाता है जिसकी वजह से चिड़चिड़ापन हो सकता है। इस समस्या के होने पर तेज दर्द भी महसूस हो सकता है। ऐसे में इस दर्द राहत पाने के लिए मसाज करें। इस मसाज मेंआपको कुछ विशेष पॉइंट्स पर मसाज करने की जरूरत होती है। जब आप इन पॉइंट्स पर मसाज करते हैं तो आपको दर्द और कंजेशन से आराम मिल सकता है। जानिए, साइनस पॉइंट्स की मसाज कैसे करें।
फ्रंटल साइनस मसाज :-
फ्रंटल साइनस आपके माथे के केंद्र में और आपकी आंख के ठीक ऊपर होते हैं। इसकी मालिश करने के लिए अपनी दोनों इंडेक्स फिंगर और मिडिल फिंगर को अपनी भौंहों के ऊपर, अपने माथे के बीच की ओर रखें। फिर धीरे-धीरे बाहर की ओर सर्कुलर मोशन में मालिश करें। लगभग 30 सेकंड से एक मिनट तक इसे दोहराएं।
मैक्सिलरी साइनस मसाज :-
मैक्सिलरी साइनस सबसे बड़े होते हैं और ये आपकी नाक के दोनों किनारों पर और आपके गालों के ठीक नीचे होते हैं। इसकी मालिश करने के लिए इंडेक्स फिंगर और मिडिल फिंगर को अपनी नाक के दोनों ओर अपने गालों की हड्डियों और ऊपरी जबड़े के ठीक बीच में रखें। फिर सर्कुलर मोशन में धीरे-धीरे मालिश करें। लगभग 30 सेकंड से एक मिनट तक दोहराएं।
स्फेनॉइड और एथमॉइड साइनस मसाज :-
स्फेनॉइड साइनस आपकी नाक के पीछे और आपकी आंखों के ठीक बीच में होते हैं, जबकि एथमॉइड साइनस उस हड्डी में होते हैं जो आपके नाक को आपके मस्तिष्क से विभाजित करती है, इसलिए ये दोनों एक साथ काफी करीब हैं। इनकी मालिश करने के लिए अपनी इंडेक्स फिंगर को नाक के पुल के किनारों पर रखें। फिर अपनी आंखों के कोनों और अपनी नाक की हड्डी के ठीक बीच के हिस्से को महसूस करें। लगभग 15 सेकंड के लिए अपनी उंगली से उस जगह पर हल्का सा दबाव डालें। फिर नाक के पुल के किनारे से नीचे की ओर धीमी स्पीड से हाथ फेरें।
रिपोर्ट – राम गोपाल सैनी