जयपुर (हमारा वतन) उप मुख्यमंत्री डॉ प्रेमचंद बैरवा ने कहा कि बाबूलाल बैरवा हेड कांस्टेबल का आत्महत्या प्रकरण एक अत्यंत दु:खद घटना है। इस प्रकरण की त्वरित जांच के लिए एसआईटी गठित कर प्रकरण की जांच कर शीघ्र कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा के नेतृत्व में हमारी सरकार पूरी संवेदनशीलता के साथ लोक हित में काम कर रही है।
उप मुख्यमंत्री ने मंगलवार को सिविल लाइंस स्थित अपने आवास पर प्रेस कॉन्फ्रेंस में यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि इस प्रकरण में विधायक लालाराम, राम अवतार, राधे श्याम, विक्रम बंशीवाल आदि विधायकगण तथा जयपुर पुलिस आयुक्त एवं अन्य पुलिस अधिकारियों ने पूरी संवेदनशीलता के साथ दिवंगत के परिजनों के साथ वार्ता की है।
इस प्रकरण में अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक दिनेश एमएन के नेतृत्व में एसआईटी का गठन किया जाएगा। दिवंगत बैरवा के पुत्र को शीघ्र ही राजकीय सेवा में अनुकंपा नियुक्ति और पुत्री को जयपुर में संविदा पर नियुक्ति दी जाएगी। मृतक की 23 वर्षीय पुत्री को पुलिस परिवार द्वारा गोद लिया जाएगा और शिक्षा से लेकर विवाह तक की जिम्मेदारी पुलिस विभाग द्वारा वहन की जाएगी। वहीं पुलिस विभाग की तरफ से स्वैच्छिक आर्थिक सहयोग की प्रक्रिया भी एक माह में पूरी कर ली जाएगी। उप मुख्यमंत्री ने बताया कि दिवंगत हेड कांस्टेबल के सेवा परिलाभ के 55 लाख रुपए एवं पेंशन की प्रक्रिया भी शीघ्र प्रारंभ कर दी जाएगी।
इस प्रकरण में राजस्थान पुलिस सेवा के अधिकारियों अनिल शर्मा एवं जगदीश व्यास को एपीओ किया गया है तथा उप निरीक्षक आशुतोष सिंह को निलंबित किया गया है। उप मुख्यमंत्री ने बताया कि मृतक के परिवार ने पार्थिव शरीर का पंचनामा पोस्टमार्टम और दाह संस्कार किए जाने बाबत सहमति प्रकट की है और मंगलवार को ही अंतिम संस्कार किया जाएगा। उपमुख्यमंत्री ने बाबूलाल बैरवा की आत्मा की शांति और शोक संतप्त परिजनों को इस दु:ख को सहन करने की शक्ति प्रदान करने की कामना की।
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