जयपुर,चौमूं (हमारा वतन) शहर के मोरीजा रोड स्थित कांग्रेस कार्यालय गोठवाल भवन पर पूर्व विधायक भगवान सहाय सैनी व कांग्रेस कार्यकर्ताओं के द्वारा स्वाधीनता संग्राम के महानायक शहीद चंद्रशेखर आजाद की जयंती मनाई गई। कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने चंद्रशेखर आजाद के चित्र पर पुष्प अर्पित किए।
पूर्व विधायक सैनी ने बताया कि बचपन से ही चंद्रशेखर आजाद भारत माता को स्वतंत्र कराने की भावना कूट-कूटकर भरी हुई थी। इसी कारण उन्होंने स्वयं अपना नाम आजाद रख लिया था। 1920 में 14 वर्ष की आयु में चंद्रशेखर आजाद गांधी जी के असहयोग आंदोलन से जुड़े थे।
चेयरमैन विष्णु कुमार सैनी ने बताया कि चंद्रशेखर आजाद 14 साल की उम्र में ही वो गिरफ्तार हुए और जज के समक्ष प्रस्तुत किए गए। यहां जज ने जब उनका नाम पूछा तो पूरी दृढ़ता से उन्होंने कहा आजाद। पिता का नाम पूछने पर जोर से बोले, ‘स्वतंत्रता’। पता पूछने पर बोले- जेल, इस पर जज ने उन्हें सरेआम 15 कोड़े लगाने की सजा सुनाई। चंद्रशेखर आजाद उग्र देशभक्ति और साहस ने युवा पीढ़ी के लोगों को स्वतंत्रता संग्राम में भाग लेने के लिए प्रेरित किया।
इस मौके पर सरपंच संघ अध्यक्ष मदनलाल टोडावता, डीसीसी गिरिराज देवंदा, बाबूलाल गढ़वाल, पार्षद उत्तम गोठवाल, उपसरपंच मांगीलाल बलेसरा, अर्जुन हरितवाल, रामचंद्र भोमाका, अशोक यादव, विनोद गोठवाल, एमडी भदाला, पवन वर्मा, अभिषेक मोरदिया, प्रकाश डागर, अजय जाटावत, छीतरमल बबेरवाल, कैलाश वर्मा, सुरेश फौजी, सरपंच मनोहर सरावता, राजेश वर्मा, पुष्पेंद्र कुमावत, राधे चौधरी,राकेश इंदौरा सहित अन्य कांग्रेस कार्यकर्ता मौजूद रहे।