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नई दिल्ली (हमारा वतन) प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को कैबिनेट का सबसे बड़ा विस्तार किया है। 43 मंत्रियों को शपथ दिलाई गई। इनमें नारायण राणे, सर्वानंद सोनोवाल के अलावा मध्य प्रदेश से ज्योतिरादित्य सिंधिया और वीरेंद्र कुमार समेत 15 ने कैबिनेट मंत्री की शपथ ली। शपथ लेने वाले 28 राज्य मंत्रियों में 7 महिलाएं हैं। मोदी के 8 साल के शासन में इस बार सबसे ज्यादा मंत्रियों को कैबिनेट में शामिल किया गया। इसके अलावा 28 राज्यमंत्रियों ने भी शपथ ली।
2014 में पहली बार मंत्रिमंडल में 7 और 2019 में 6 महिला मंत्री थीं। इनमें से बाद में हरसिमरत सिंह कौर कैबिनेट से हट गई थीं।
शपथ के दौरान एक दिलचस्प वाकया भी नजर आया। ज्योतिरादित्य शपथ लेने के बाद सीधे अपनी कुर्सी पर बैठ गए। जबकि, इससे पहले शपथ लेने वाले सभी मंत्रियों ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को नमस्कार किया था। जब सिंधिया को याद दिलाया गया तो उन्होंने वापस जाकर कोविंद को नमस्कार किया।
ये बने कैबिनेट मंत्री
1. नारायण राणे
2. सर्बानंद सोनोवाल
3. वीरेंद्र कुमार
4. ज्योतिरादित्य सिंधिया
5. आरसीपी सिंह
6. अश्विनी वैष्णव
7. पशुपति कुमार पारस
8. किरण रिजिजू
9. राजकुमार सिंह
10. हरदीप सिंह पुरी
11. मनसुख मंडाविया
12. भूपेंद्र यादव
13. पुरुषोत्तम रूपाला
14. जी किशन रेड्डी
15. अनुराग ठाकुर
ये बने राज्य मंत्री
1. पंकज चौधरी
2. अनुप्रिया पटेल
3. सत्यपाल सिंह बघेल
4. राजीव चंद्रशेखर
5. शोभा करंदलाजे
6. भानुप्रताप सिंह वर्मा
7. दर्शना विक्रम जरदोश
8. मीनाक्षी लेखी
9. अन्नपूर्णा देवी
10. ए नारायण स्वामी
11. कौशल किशोर
12. अजय भट्ट
13. बीएल वर्मा
14. अजय कुमार
15. देवसिंह चौहान
16. भगवंत खुबा
17. कपिल मोरेश्वर पाटिल
18. प्रतिमा भौमिक
19. डॉ. सुभाष सरकार
20. भगवत कृष्ण राव कराड
21. राजकुमार रंजन सिंह
22. डॉ. भारती प्रवीण पवार
23. विश्वेश्वर टुडू
24. शांतनु ठाकुर
25. महेंद्र भाई मुंजापारा
26. जॉन बार्ला
27. एल मुरुगन
28. निशीथ प्रामाणिक
शपथ से पहले मोदी शाह ने ली क्लास
शपथ से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नए बनने वाले मंत्रियों के साथ बैठक की। मीटिंग में गृह मंत्री अमित शाह, भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और ट्रांसपोर्ट मिनिस्टर नितिन गडकरी और भाजपा के राष्ट्रीय संगठन महामंत्री बीएल संतोष मौजूद थे।
नियमों के हिसाब से, मोदी मंत्रिमंडल में अधिकतम 81 मंत्री रह सकते हैं। अभी मंत्रिमंडल में कुल 53 मंत्री थे। इस लिहाज से 28 मंत्रियों के शामिल होने की गुंजाइश थी। 11 मंत्रियों के इस्तीफे के बाद मोदी 39 मंत्रियों को शामिल कर सकते हैं। आज जिन 43 मंत्रियों को शपथ दिलाई गई, उनमें कुछ मौजूदा राज्यमंत्री भी हैं, जिन्हें कैबिनेट में प्रमोट किया गया है।
विस्तार से पहले मंत्रियों के इस्तीफे का सिलसिला भी शुरू हो गया था। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने इस्तीफा दे दिया है। माना जा रहा है कि देश में कोरोना की दूसरी लहर के वक्त चरमराई स्वास्थ्य सेवाएं उनके इस्तीफे की वजह बनीं। इधर, केंद्रीय सामाजिक न्याय मंत्री थावरचंद गहलोत ने मंगलवार को ही इस्तीफा दे दिया था। उन्हें कर्नाटक का राज्यपाल बनाया गया है।
12 मंत्रियों ने इस्तीफा दिया
1. सदानंद गौड़ा
2. रविशंकर प्रसाद
3. थावर चंद गहलोत
4. रमेश पोखरियाल निशंक
5. हर्षवर्धन
6. प्रकाश जावड़ेकर
7. संतोष कुमार गंगवार
8. बाबुल सुप्रियो
9. संजय धोत्रे
10. रत्तन लाल कटारिया
11. प्रताप चंद सारंगी
12. देबोश्री चौधरी
सियासी समीकरणों से इकोनॉमी तक पर नजर
प्रधानमंत्री मोदी का फोकस यंग टीम के साथ कोरोना महामारी और खराब होती अर्थव्यवस्था का मैनेजमेंट बेहतर करना है। हालांकि, अगले साल 7 राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव को देखते हुए सियासी समीकरणों का ध्यान रखा गया है, पर इसमें टैलेेंट का बैलेंस भी रखा गया है।