बाड़मेर (हमारा वतन) मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने सीमावर्ती ग्राम पंचायतों में रह रहे विस्थापितों के लिए अलग से कार्य योजना बनाने के निर्देश दिये है। उन्होंने कहा कि बाड़मेर जिले की अंतरराष्ट्रीय सीमा से जुड़ी ग्राम पंचायतों का सम्पूर्ण विकास हमारी प्राथमिकता है। उन्होंने कहा कि आधारभूत विकास के लिए राज्य सरकार की ओर से हर सम्भव मदद उपलब्ध कराई जाएगी। शर्मा ने कहा कि सरपंच ग्राम पंचायत के विकास एवं जनसेवा का प्रमुख आधार हैं।
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा बुधवार को बाड़मेर दौरे के तहत जिला परिषद् सभागार में सीमावर्ती ग्राम पंचायतों के सरपंचों व जिला स्तरीय अधिकारियों के साथ आयोजित बैठक को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने सरपंचों को सम्बोधित करते हुए कहा कि पंचायतीराज व्यवस्था के तहत गांव का मूलभूत विकास सुनिश्चित किया जाएगा। उन्होंने सीमावर्ती 49 ग्राम पंचायतों के विकास के लिए जिला कलक्टर को निर्देशित करते हुए कहा कि विकास की जरूरतों को सूचीबद्ध कर समय-समय पर इनकी मॉनिटरिंग करें।
शर्मा ने कहा कि जिला प्रशासन राज्य सरकार की योजनाओं की सफल क्रियान्विति के लिए टीम भावना के साथ कार्य करें।
उन्होंने शासन सचिव ग्रामीण विकास विभाग एवं पंचायतीराज को ग्राम पंचायतों में बिजली, पानी, चिकित्सा, शिक्षा, सड़क जैसी आधारभूत आवश्यकताओं से जुड़े कार्यों की सूची तैयार कर इन्हें समय से पूरा करने के निर्देश दिये। मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना का जिक्र करते हुए कहा कि स्थानीय निवासी इस योजना का लाभ उठाएं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ग्रामीण क्षेत्रों में स्वरोजगार के नवीन अवसर प्रदान करने के लिए केन्द्र सरकार की कई योजनाओं का संचालन किया है, सरपंचगण इनसे स्थानीय निवासियों को लाभ दिलाने का कार्य करें। श्री शर्मा ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के विकास के संकल्प ने भारतमाला प्रोजेक्ट के तहत बाड़मेर के सीमावर्ती क्षेत्र के विकास को नवीन गति प्रदान की है।
मुख्यमंत्री से बोले सरपंच आप से संवाद खोलेगा विकास की राह मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने बैठक में मौजूद सीमावर्ती ग्राम पंचायतों के सरपंचों से संवाद कर विकास की आवश्यकताओं को जाना। संवाद के तहत विभिन्न सरपंचों ने कहा कि गत सरकार में पंचायतों के विकास को लेकर चले लम्बे संघर्ष व उन पर की गई टिप्पणियों ने उनका मनोबल कम कर दिया था। आज मुख्यमंत्री के साथ पंचायतों के विकास कार्यों को लेकर इस संवाद ने एक बार पुनः विकास की नई राह खोली है। सरपंचों ने मुख्यमंत्री शर्मा से चौहटन में पर्यटन के विकास हेतु मदद उपलब्ध कराने की अपील की। ग्राम पंचायतों में मजबूत सड़क कनेक्टिविटी, आमजन व रोजगार के प्रमुख आधार पशुधन के लिए पीने के पानी, स्कूलों में शिक्षा के आधारभूत विकास, गौशाला निर्माण, बिजली कनेक्शन, आंगनबाड़ी, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र, पशु चिकित्सालय को लेकर अपनी आवश्यकताओं से अवगत कराया। मुख्यमंत्री शर्मा ने सभी सरपंचों से कहा कि पंचायत की आवश्यकताओं के तहत विकास कार्यों को कार्य योजना बनाकर पूरा कराया जाएगा। मुख्यमंत्री ने इसके लिए ग्रामीण विकास विभाग एवं पंचायतीराज के उच्च अधिकारियों व जिला कलक्टर को आवश्यक कार्यवाही करने के निर्देश प्रदान किये।
इस अवसर पर केन्द्रीय कृषि एवं कृषक कल्याण राज्यमंत्री कैलाश चौधरी, प्रदेश के उद्योग एवं वाणिज्य राज्यमंत्री के.के. विश्नोई, विधायक आदूराम मेघवाल, रविन्द्र सिंह भाटी, डॉ. प्रियंका चौधरी, शासन सचिव ग्रामीण विकास विभाग आशुतोष ए.टी. पेडणेकर, शासन सचिव पंचायतीराज रवि जैन, संभागीय आयुक्त बीएल मेहरा, आईजी रेंज विकास कुमार, जिला कलक्टर डॉ. निशान्त जैन, जिला पुलिस अधीक्षक नरेन्द्र सिंह मीणा, जिला परिषद मुख्य कार्यकारी अधिकारी सिद्धार्थ पालानीचामी सहित जिला स्तरीय अधिकारी मौजूद रहे।
रिपोर्ट – राम गोपाल सैनी
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