बीकानेर (हमारा वतन) मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने कहा कि हमारी सरकार जन-जन तक मूलभूत चिकित्सा सेवाओं को पहुंचाने के लिए प्रतिबद्धता के साथ कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि आमजन को घर के नजदीक ही गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं सुलभ हो सकें, इसके लिए स्वास्थ्य ढांचे का विस्तार एवं सुदृढ़ीकरण किया जा रहा है।
शर्मा रविवार को बीकानेर के मूलवास-सीलवा में संत श्री दुलाराम कुलरिया राजकीय प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र के लोकार्पण कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि सामाजिक सरोकार के तहत कुलरिया परिवार की ओर से निर्मित करवाया गया यह प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र स्थानीय क्षेत्र और आमजन के लिए उपयोगी सिद्ध होगा। संत श्री दुलाराम ने गौ सेवा एवं समाज सेवा को अपने जीवन का मंत्र बनाकर करूणा और परोपकार की भावना को जगाया। उनकी स्मृति में यह पीएचसी उनके आदर्शों के प्रति सच्ची श्रद्धांजलि और कार्यों का सार्थक सम्मान है। उन्होंने कहा कि पीएचसी को सीएचसी बनाने के सामाजिक सरोकार के कार्य में सरकार भी पूर्ण सहभागिता निभायेगी।
प्रधानमंत्री के नेतृत्व में आमजन को मिल रही सस्ती एवं सुलभ स्वास्थ्य सेवा :-
मुख्यमंत्री ने कहा कि यशस्वी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी का ध्येय है कि आमजन को सस्ती एवं सुलभ स्वास्थ्य सेवाएं सुगमता पूर्वक उपलब्ध हों और कोई भी गरीब पैसे के अभाव में इलाज से वंचित नहीं रहे। देशभर में स्वास्थ्य ढांचे का विस्तार एवं सुदृढ़ीकरण भी किया जा रहा है। गांव व ढाणी तक स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में भारत ने पिछले एक दशक में चिकित्सा क्षेत्र में अनेक उपलब्धियां हासिल की हैं। वर्ष 2014 के बाद प्रधानमंत्री के नेतृत्व में सभी ने देश में परिवर्तन देखा है। गरीब कल्याण एवं विकास की योजनाएं, सीमा सुरक्षा और दुनिया में बढ़ता भारत का गौरव परिवर्तन का प्रमाण है।
‘एक पेड़ मां के नाम’ अभियान सामाजिक सरोकार की अहम कड़ी :-
शर्मा ने कहा कि वर्ष 2014 के बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सामाजिक सरोकारों के तहत देश में सकारात्मक परिवर्तन लाने का कार्य किया। उन्होंने सबसे पहले ‘स्वच्छ भारत अभियान’ की शुरूआत की, जिससे स्वच्छता के प्रति आमजन में जागरूकता आई। महिला लिंगानुपात में सुधार लाने के लिए ‘बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ’ अभियान प्रारंभ किया। उन्होंने कहा कि 5 जून को पर्यावरण दिवस के अवसर पर प्रधानमंत्री ने पर्यावरण संरक्षण की दिशा में ‘एक पेड़ मां के नाम’ अभियान की शुरूआत की। इसी क्रम में राजस्थान में भी पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा देने के लिए 7 करोड़ पेड़ लगाने का लक्ष्य रखा गया है। प्रदेश में मां अमृता देवी और उनके सहयोगियों का बलिदान वृक्षों के संरक्षण की अनूठी मिसाल है।
परिवर्तित बजट 2024-25 के माध्यम से विकास कार्यों की हुई शुरूआत :-
मुख्यमंत्री ने कहा कि संकल्प पत्र के वादों को पूरा किया जा रहा है। 8 करोड़ आमजन के लिए परिवर्तित बजट 2024-25 के माध्यम से सम्पूर्ण प्रदेश में समान विकास के लिए विकास कार्यों की घोषणाएं की गई हैं। उन्होंने कहा कि 10 जुलाई को बजट पेश होने के बाद उसे धरातल पर मूर्त रूप देने के लिए तुरंत जिलों के प्रभारी मंत्रियों और सचिवों ने कार्य प्रारंभ कर दिया और विकास कार्यों की शुरूआत हो चुकी है।
आमजन सामाजिक सरोकारों के कार्यों में भी निभाएं सहभागिता :-
शर्मा ने कहा कि पण्डित दीनदयाल उपाध्याय के अंत्योदय संकल्प के माध्यम से केन्द्र और राज्य सरकार की योजनाएं अंतिम पंक्ति में खड़े व्यक्ति के कल्याण के लिए संचालित की जा रही हैं। उन्होंने कहा कि समाज के प्रति हमारे कुछ नागरिक कर्तव्य होते हैं। इसलिए जरूरतमंद को इन योजनाओं का लाभ दिलाने के लिए मदद अवश्य करें। विकसित राजस्थान के सपने को साकार करने के लिए उन्होंने आमजन से सामाजिक सरोकारों के कार्यों में जन सहभागिता को और अधिक बढ़ाने की अपील की।
मुख्यमंत्री ने प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र के लोकार्पण के पश्चात निःशुल्क दवा केन्द्र एवं वार्डों का अवलोकन कर परिसर में ही पौधारोपण किया तथा एम्बुलेंस को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की ओर से भामाशाह कुलरिया परिवार को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया।
इस अवसर पर केन्द्रीय संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत, केन्द्रीय कानून एवं न्याय राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) अर्जुन राम मेघवाल, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री गजेन्द्र सिंह खींवसर, खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री सुमित गोदारा, विश्वकर्मा कौशल विकास बोर्ड के अध्यक्ष रामगोपाल सुथार, विधायक जेठानंद व्यास, ताराचंद सारस्वत, डॉ. विश्वनाथ मेघवाल, सुशीला डूडी, क्षेत्र प्रचारक निंबाराम, साधु-संतों सहित स्थानीय जनप्रतिनिधि, संत श्री दुलाराम कुलरिया के परिजन एवं बड़ी संख्या में आमजन मौजूद रहे।