चौमूं / जयपुर (हमारा वतन) चौमूं राम दरबार मंदिर में पुरषोत्तम दास महाराज के सानिध्य में हो रही भागवत कथा के दौरान यज्ञाचार्य कृष्णकांत शास्त्री ने कर्दम देवहूति की कथा के माध्यम से पति पत्नी किस प्रकार गृहस्थ में सुख भोगकर अच्छे समाज का निर्माण कर कर सकते हैं यह बताते हुए शास्त्री ने चतुर्मास को सनातन धर्म का आधार बताकर नारदजी के पूर्व जन्म की कथानुसार कहा कि भगवान श्रीराम ने भी बालिवध के पश्चात श्रावण से कार्तिक महीने तक प्रवर्षण पर्वत पर चतुर्मास किया था |
उन्होंने ध्रुव चरित्र के माध्यम से बालकों को संस्कारित करने की बात कही,आरती के बाद बालकदास महाराज के द्वारा संतों व श्रोताओं को प्रसाद वितरण किया गया | इस अवसर मोहनलाल गुलिया के द्वारा मुख्य आरती की गई।
रिपोर्ट – राम गोपाल सैनी
हमसे जुड़ें :-
Facebook : – https://www.facebook.com/hamara.watan.750
Tweeter :- https://twitter.com/HamaraWatan3
Instagram :- https://www.instagram.com/hamarawatan65/
Youtube :- https://www.youtube.com/channel/UCyLYDgEx77MdDrdM8-vq76A