जीवन अनमोल है , इसे आत्महत्या कर नष्ट नहीं करें !
चौमूं (हमारा वतन) कहने को तो जनसेवा के लिए कई नेता अक्सर धरातल पर दिखाई देते हैं, लेकिन कांग्रेस के नेता व नगरपालिका चौमूं के चेयरमैन विष्णु कुमार सैनी में जन सेवा की आस्था उनके नाम से कहीं उनके काम को लेकर दिखाई देती है। जंहा अक्सर नेता जिंदा लोगों की भी मदद के लिए एकाएक आगे नहीं आते वहाँ चौमूं नगर पालिका चेयरमैन विष्णु कुमार सैनी लोगों के मरने के बाद भी उनके मोक्ष के लिए कार्यरत दिखाई देते हैं। जनसेवा की इस आस्था का असली रूप उनके अस्थि कलश यात्रा के रूप में लोगों को दिखाई दे रहा है।
जानकारी के मुताबिक चेयरमैन विष्णु कुमार सैनी द्वारा वैश्विक महामारी में शुरू किए गए अस्थि कलश संग्रहण अभियान द्वारा एकत्रित किए गए अस्थि कलशों को गंगा जी मे विसर्जन के लिए आज मोरीजा रोड स्थित कागलिया वाले हनुमान मंदिर से तीन बसों को हरिद्वार के लिए रवाना किया। चेयरमैन विष्णु कुमार सैनी की मुहिम से दिवंगत आत्माओं के अस्थि कलशो के विसर्जन का इंतजार अब खत्म हुआ है।
“अस्थि कलश योजना” के तहत हरिद्वार के लिए 26 परिवारों के 48 लोगो को गंगा जी में अस्थि कलशो के विसर्जन के लिए बस से भेजा गया है। यात्रियों को बस में बैठने से पहले सभी लोगों को सैनिटाइज कर भोजन के पैकेट भी दिए गए और चेयरमैन विष्णु कुमार सैनी ने परिजनों को माला पहनाकर एवं सामूहिक पूजा करवा कर बस में बैठाया। चेयरमैन सैनी ने स्वंय के खर्चे से चौमूँ से हरिद्वार के लिए बस सुविधा एवं यात्रा के दौरान सभी तरह के सुविधा उपलब्ध करवाई है।
चेयरमैन विष्णु कुमार सैनी ने बताया कि वैश्विक महामारी कोरोना के दौरान लॉकडाउन की वजह से अपने परिजनों को खोने के बाद ऐसे परिवार जो अपने दिवंगत आत्मा की अस्थियों को गंगा जी में विसर्जन नहीं कर पाए थे, आज ऐसे 26 अस्थि कलशों को बस द्वारा गंगा जी में विसर्जन के लिए भेजा गया है।
इस मौके पर जयपुर जिला देहात कांग्रेस महासचिव राजकुमार शर्मा, पार्षद एडवोकेट धीरेंद्र कुमार सैनी, कन्हैया लाल थावरिया, महेश कुमार नायक, महेश कुमार यादव, अर्जुन लाल सैनी, शंकरलाल जांगिड़, सीताराम जीतरवाल, सायर मल माली, रमेश चंद्र सैनी, अनिल कुमार सैनी, चंद्रकला नागोरी, सुरेश फौजी, श्रवण कुमार बागड़ी, अजय जाटावत, गजानंद सैनी, एनएसयूआई अशोक यादव, प्रकाश डागर, छीतरमल बबेरवाल, राकेश इंदौरा सहित अन्य पार्षदगण, जनप्रतिनिधि व कार्यकर्ता उपस्थित रहे।