जयपुर (हमारा वतन) राज्यपाल कलराज मिश्र ने कहा है कि कैंसर निदान के लिए आम जन में जागरूकता की मुहिम चलाई जाए। उन्होंने कहा कि कैंसर असाध्य रोग नहीं है, समय पर जांच और इसके प्रति जागरूकता से इससे बचा जा सकता है। उन्होंने चिकित्सकों का भी आह्वान किया है कि वे आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की मदद से क्लिनिकल डेटा के आधार पर कैंसर जैसे असाध्य रोग के निदान की दिशा में प्रभावी प्रयास करें।
मिश्र भगवान महावीर कैंसर चिकित्सालय एवं अनुसन्धान केंद्र द्वारा आयोजित 21वें कैंसर विजेता दिवस समारोह में संबोधित कर रहे थे। उन्होंने ब्लड कैंसर, स्तन कैंसर, गर्भाशय कैंसर, मुंह एवं गले के कैंसर, लंग कैंसर और प्रोस्टेट कैंसर की प्रारंभिक अवस्था में पहचान हेतु जांच के लिए लोगों को जागरूक करने के लिए अभियान चलाने का भी आह्वान किया।
उन्होंने कहा कि जन-जन को इस रोग के प्रांरभिक लक्षणों के बारे में जानकारी दी जाए और यह मुहिम कैंसर जागरूकता दिवस पर ही नहीं बल्कि वर्षपर्यन्त चलनी चाहिए। कैंसर जैसे असाध्य रोगों की आरंभिक पहचान के साथ इससे बचने के चिकित्सकीय उपायों का अधिकाधिक प्रसार किया जाए। उन्होंने कैंसर विजेताओं के अनुभवों से जुड़ी सफलता की कहानियों का अधिकाधिक प्रसार किए जाने पर भी जोर दिया। उन्होंने कहा कि योग एवं प्रकृति से निकटता के साथ स्वस्थ जीवन शैली अपनाने के लिए भी आम जन को प्रेरित किए जाने की आवश्यकता है।
मिश्र ने कहा कि इस बात को समझने की आवश्यकता है कि कैंसर भयावह जरूर है परन्तु लाईलाज नहीं है। उन्होने कहा कि यह बहुत अच्छी बात है कि कीमोथेरेपी, रेडियोथेरेपी और सर्जरी आदि के साथ समुचित दवा और परहेज के जरिए कैंसर को जड़ से समाप्त किया जा रहा है। उन्होने इससे पहले कैंसर विजेताओं को सम्मानित भी किया।
इससे पहले भगवान महावीर कैंसर चिकित्सालय एवं अनुसन्धान केंद्र के अध्यक्ष नवरतन कोठारी, उपाध्यक्ष अनिता कोठारी, कैंसर केयर की संरक्षक सुनीता गहलोत, मैनेजिंग ट्रस्टी विमलचंद सुराना, कार्यकारी निदेशक मेजर जनरल एस.सी. पारीक आदि ने आयोजन के महत्व के साथ अस्पताल द्वारा किए जा रहे कार्यों के बारे में विस्तार से जानकारियां दी। आयोजन में कैंसर विजेताओं ने अपने अनुभव सुनाए।