नई दिल्ली (हमारा वतन) बदलते मौसम का सबसे पहला असर बच्चों की सेहत पर पड़ता है। बच्चों की इम्यूनिटी कमजोर होने की वजह से इस मौसम में बच्चों को सर्दी-जुकाम और वायरल इंफेक्शन जैसी समस्याएं ज्यादा परेशान करती हैं। आमतौर पर हल्की सर्दी या जुकाम होने पर पैरेंट्स बच्चों को घर में मौजूद दवा दे देते हैं। लेकिन ऐसा करते समय क्या आप कुछ बातों का ध्यान रखते हैं। आइए जानते हैं बच्चों को दवा देने से पहले हर माता-पिता को किन सावधानियों को बरतना चाहिए।
दवा देने से पहले बरतें ये सावधानियां –
दवा के ऊपर लिखें निर्देश जरूर पढ़ें – बच्चों को दवा देने से पहले दवा की बोतल पर लिखें निर्देशों को अच्छी तरह से पढ़ें और उनका सावधानी के साथ पालन करें।
उम्र के अनुसार दें बच्चों को दवा – केवल अपने बच्चों की उम्र के लिए उपयुक्त उत्पादों का ही उपयोग करें। साथ ही केवल अपने बच्चे के लक्षणों का उपचार करने वाली दवा दें। अतिरिक्त दवाएं बिल्कुल न दें।
मापने वाले चम्मच का प्रयोग करें – दवा की खुराक देने के लिए दवा को मापने वाले ढक्कन का ही प्रयोग करें जो आमतौर पर दवा के साथ आते हैं।
क्या न करें – कभी भी 20 साल से कम उम्र के बच्चों को एस्पिरिन, या एस्पिरिन युक्त उत्पाद नहीं देना चाहिए। इसके अलावा बच्चों को कभी भी एक मर्ज ठीक करने वाली दो चार दवाएं एकसाथ नहीं देनी चाहिए।
सर्दी जुकाम होने पर बरतें सावधानी –
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बच्चों के समझाएं कि अपने हाथों को हमेशा साबुन और पानी से करीब 20 सेकंड तक धोएं। ये कई तरह के सामान्य संक्रमणों को रोकने का अच्छा उपाय है।
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खांसते या छींकते समय अपने मुंह और नाक को ढंकने के लिए रूमाल या टिश्यू पेपर का प्रयोग करना चाहिए। यदि टिश्यू पेपर नहीं है, तो अपनी कोहनी को मुंह के आगे रखकर खांसना या छींकना चाहिए ।
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यदि बच्चा फ्लू जैसे किसी संक्रमण से पीड़ित हो, तो उसकी देखरेख घर पर ही करें। संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए बच्चे को अन्य लोगों के संपर्क में आने से बचाएं।
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बच्चे का बुखार ठीक होने के बाद कम से कम 24 घंटों के लिए घर पर ही रखे।