जयपुर (हमारा वतन) 8 अप्रैल 2024, को साल का पहला सूर्यग्रहण लगेगा। सूर्यग्रहण का धार्मिक व वैज्ञानिक महत्व है। सूर्यग्रहण को ज्योतिष शास्त्र में एक अशुभ घटना माना गया है। जब ग्रहण प्रारंभ होता है तो उससे कुछ समय पहले सूतक काल प्रारंभ हो जाता है और ग्रहण के समापन पर ही सूतक काल भी खत्म होता है। जानें साल का पहला सूर्यग्रहण कहां-कहां दिखेगा और क्या देश में सूतक मान्य होगा- सूर्यग्रहण की टाइमिंग- भारतीय समयानुसार रात में 9 बजकर 12 मिनट पर सूर्यग्रहण शुरू होगा और मध्य रात्रि में 1 बजकर 25 मिनट पर समाप्त होगा।
दुर्लभ होगा सूर्य ग्रहण : –
8 अप्रैल 2024, सोमवार को साल का पहला सूर्य ग्रहण लगेगा। यह ग्रहण बेहद ही दुर्लभ होगा। ग्रहण के कारण 7.5 मिनट तक सूर्य दिखाई ही नहीं देगा। इससे पहले 1973 में सूर्य इतनी देर तक नहीं दिखाई दिया था और यह ग्रहण अफ्रीकी महाद्वीप पर दिखाई दिया था। विज्ञान के अनुसार हर कई सालों बाद ऐसा सूर्यग्रहण देखने को मिलता है। इस स्थिति में पृथ्वी का एक भाग में पूरी तरह से अंधेरा हो जाता है। इस समय चंद्रमा, पृथ्वी के सबसे निकट आ जाता है। इस सूर्य ग्रहण के दौरान सूर्य, चंद्रमा और पृथ्वी एक सीधी रेखा में आ जाते हैं।
भारत में नहीं दिखाई देगा सूर्यग्रहण : –
8 अप्रैल को लगने वाला सूर्यग्रहण भारत में नहीं दिखाई देगा। इसलिए इस ग्रहण का सूतक काल देश में मान्य नहीं होगा। यह ग्रहण दिन देशों में दिखेगा, वहां पर सूतक काल मान्य होगा।
यहां दिखेगा साल का आखिरी सूर्यग्रहण : –
अमेरिका, कनाडा, न्यूफाउंडलैंड के कुछ हिस्सों में इस ग्रहण को अच्छे से देखा जा सकता है। 8 अप्रैल, 2024 को लगने वाले सूर्य ग्रहण की हुई थी भविष्यवाणी- संयुक्त राज्य अमेरिका में ओहियो स्थित एक अखबार ने 1970 में ही भविष्यवाणी की थी कि उत्तरी अमेरिका और मध्य अमेरिका में 8 अप्रैल, 2024 को पूर्ण सूर्य ग्रहण दिखाई देगा। अखबार की यह फोटो इस समय सोशल मीडिया में काफी वायरल हो रही है।