जीवन अनमोल है , इसे आत्महत्या कर नष्ट नहीं करें ! हमारा वतन @ राम गोपाल सैनी
जयपुर (हमारा वतन) धरियावाद से भाजपा विधायक गौतमलाल मीणा के निधन के बाद प्रदेश में अब दो सीट खाली हो गई है। वल्लभनगर सीट कांग्रेस विधायक गजेंद्र सिंह शक्तावत के जनवरी में देहांत के बाद से खाली है। अब धरियायद और वल्ल्भनगर सीटों पर उपचुनाव होने हैं। गौतमलाल मीणा के निधन के बाद विधानसभा में भाजपा विधायकों की संख्या 72 से घटकर 71 हो गई है, जबकि विधानसभा में कुल विधायक 198 रह गए हैं।
किसी भी विधायक सांसद के निधन के छह माह के भीतर उस सीट पर उपचुनाव करवाने का प्रावधान है। कोरोना से पैदा हालात के कारण इस चुनाव आयोग उपचुनाव की छह महीने की अवधि को बढ़ा भी सकता है। धरियावद सीट पर 19 नवंबर से पहले उपचुनाव कराने हैं, जबकि वल्ल्भगनर सीट पर 23 जुलाई को छह महीने की अवधि पूरी हो रही है। चुनाव आयोग ने कोरोना को देखते हुए वल्ल्भनगर सहित देश की आठ सीटों पर अप्रैल में ही उपचुनाव आगे खिसकाने का फैसला किया था। अब चुनाव आयोग तय करेगा कि वल्लभनगर और धरियावद के उपचुनाव एक साथ करवाए जाते हैं या अलग-अलग। चुनाव आयोग ने पहले चार सीटें खाली हुई थीं लेकिन वल्लभनगर को छोड़ तीन सीटों पर ही उपचुनाव करवाए थे।
इस बार दोनों सीटें उदयपुर संभाग की, दोनों जगह कांग्रेस के लिए चुनौती बड़ी
गहलोत सरकार को एक बार फिर उपचुनाव में जाना होगा। इस बार दोनों सीटें उदयपुर संभााग की हैं जहां कांग्रेस को उतना मजबूत नहीं माना जाता है। भाजपा और कांग्रेस दोनों के लिए अपनी अपनी सीटें बचाने की चुनौती रहेगी।
धरियावद में भाजपा, वल्लभनगर में कांग्रेस सहानुभूति कार्ड चल सकती हैं
हाल ही हुए तीन उपचुनावों में तीनों जगह दिवंगत विधायकों के परिवारों से ही टिकट दिए गए थे। कांग्रेस ने सहाड़ा, सुजानगढ और भाजपा ने राजसमंद से दिवंगत विधायक के परिवार से टिकट दिया। तीनों ही जगह सहानुभूति कार्ड चला और दिवंगत विधायकों के परिजन जीतने में कामयाब रहे। इस फार्मूले को अब धरियावद और वल्लभनगर में भी अपनाया जा सकता है। कांग्रेस वल्लभनगर में दिवंगत विधायक गजेंद्र सिंह शक्तावत के परिवार से और धरियावद में भाजपा गौतमलाल मीणा के परिवार से टिकट देकर सहानुभूतिकार्ड चल सकती है।
प्रदेश में छह माह में कोरोना से चौथे विधायक का निधन
प्रदेश में छह महीने की अवधि में 4 विधायकों का कोरोना से निधन हो चुका है। गौतमलाल मीणा के अलावा राजसमंद से भाजपा विधायक किरण माहेश्वरी, सहाड़ा से कांग्रेस विधायक कैलाश त्रिवेदी, वल्लभनगर से कांग्रेस विधायक गजेंद्र सिंह शक्तावत का भी कोरोना से निधन हुआ था। सुजानगढ से विधायक और गहलोत सरकार में सामाजिक न्याय अधिकारिता मंत्री मास्टर भंवरलाल का ब्रेन हेमरेज से निधन हुआ था।
विधानसभा का 200 विधायक पूरे नहीं होने का संयोग बरकरार
राजस्थान में एक मिथक चल रहा है कि नए भवन में विधानसभा शिफ्ट होने के बाद 200 विधायक कभी साथ नहीं बैठे। किसी न किसी कारण से संख्या पूरी नहीं हो सकी। अब विधायक गौतमलाल मीणा के निधन के बाद वह मिथक फिर याद किया जा रहा है। अब विधानसभा में 198 विधायक ही रह गए हैं।
हम सभी किसी ना किसी रूप में जरूरतमंदों की सेवा कर सकते हैं | पड़ोसी भूखा नहीं सोए इसका ध्यान रखें |
” हमारा वतन ” कोरोना योद्धाओं को दिल से धन्यवाद देता है |
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