जीवन अनमोल है , इसे आत्महत्या कर नष्ट नहीं करें !
जयपुर (हमारा वतन) राजस्थान कांग्रेस में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और सचिन पायलट के खेमों के बीच जारी ताजा खींचतान के बाद कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी अजय माकन कल जयपुर आ रहे हैं। माकन गहलोत-पायलट खेमों के नेताओं से मिलकर उनकी बात सुनेंगे। माकन सीएम अशोक गहलोत से मिलकर सियासी खींचतान पर बात कर सकते हैं। साथ ही लंबित राजनीतिक नियुक्तियों, जिला और ब्लॉक अध्यक्षों की नियुक्तियों के साथ मंत्रिमंडल विस्तार पर भी बात हो सकती है।
अजय माकन उपचुनाव के बाद कल पहली बार जयपुर आ रहे हैं। उपचुनाव के बाद प्रभारी माकन की मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से मुलाकात नहीं हुई है। इस बीच पार्टी में खींचतान चरम पर है। पिछले महीने सचिन पायलट खेमे ने उनकी 10 माह पुरानी मांगों का अब तक समाधान नहीं करने पर सवाल उठाया तो गहलोत खेमे ने निर्दलियों और बसपा से कांग्रेस में आए 6 विधायकों को आगे करके पायलट खेमे पर निशाना साध दिया। नेताओं में बयानबाजी भले बंद हो गई हो, लेकिन खींचतान कम नहीं हुई है। गहलोत पायलट खेमों के बीच शह मात का खेल जारी है।
कल पीसीसी में कांग्रेस पदाधिकारियों की बैठक में लेंगे फीडबैक
कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा माकन के दौरे को कांग्रेस के महंगाई के खिलाफ आउटरीच प्रोग्राम की तैयारियों की बैठक के लिए बता रहे हैं। डोटासरा का कहना है, अजय माकन पीसीसी में कल पार्टी पदाधिकारियों की बैठक लेंगे। जिसमें 7 से 17 जुलाई तक महंगाई के खिलाफ चलाए जाने वाले आंदोलन आउटरीच प्रोग्राम की तैयारियों का फीडबैक लेंगे।
दावा आंदोलन की तैयारी बैठक का लेकिन मकसद अलग
अजय माकन के दौरे को महंगाई के खिलाफ आंदोलन की तैयारी बैठक के लिए भले ही बताया जा रहा हो, लेकिन असली वजह खींचतान मिटाने की कवायद है। बताया जाता है कि आंदोलन की तैयारी बैठक के बहाने माकन दोनों खेमों के नेताओं से मिलकर माहौल को सहज बनाने की कवायद करेंगे। अजय माकन ने पिछले दिनों सचिन पायलट को पार्टी का असेट और स्टार बताते हुए कहा था कि वे पार्टी में किसी भी नेता से मिलने का समय मांगे और न मिले यह असंभव है।
गहलोत से माकन की मुलाकात पर रहेगी सबकी निगाहें
अजय माकन के दौरे में सबसे ज्यादा निगाहें मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से मुलाकात पर रहेंगी। कांग्रेस के पूरे विवाद पर गहलोत के साथ बैठकर चर्चा किए बिना समाधान नहीं हो सकता। माकन सीएम से राजनीतिक नियुक्तियों, मंत्रिमंडल विस्तार और संगठन में नियुक्तियों पर विस्तार से चर्चा कर आने वाले दिनों में फैसले का ग्राउंड तैयार कर सकते हैं।