जयपुर (हमारा वतन)अजमेर जिले के वैशाली नगर क्षेत्र की जनता को 17 साल बाद सामुदायिक भवन मिलने जा रहा है। विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने इसके निर्माण में आ रही तकनीकी अड़चनें दूर करवा कर काम शुरू करवाया। इससे क्षेत्र के लोगों को अपने छोटे-मोटे समारोहों के लिए स्थान उपलब्ध हो सकेगा।
विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने गुरूवार को अजमेर के वैशाली नगर में सार्वजनिक हॉल कार्य का शुभारम्भ किया। गौरतबल है कि 17 साल पूर्व पंडित दीनदयाल पार्क के पास स्थित यह सामुदायिक भवन गिर गया था। इसके बाद इसके निर्माण के लिए प्रयास किए गए लेकिन तकनीकी अड़चनों के कारण यह निर्माण शुरू नहीं हो पाया। कार्यक्रम में देवनानी ने कहा कि हमने चुनाव के समय क्षेत्र की जनता से वादा किया था कि शीघ्र ही उन्हें उनका सामुदायिक भवन उपलब्ध करवाया जाएगा। इसके लिए नगर निगम को निर्देशित किया गया कि तकनीकी समस्याओं को दूर करें। इस संबंध में कार्रवाई कर यह काम शुरू किया जा रहा है। देवनानी ने कहा कि अजमेर को सुन्दर, व्यवस्थित एवं सुविकसित बनाया जा रहा है। बजट में इसकी शुरूआत कर दी गई है। राज्य बजट में इस बार अजमेर को 1500 करोड़ रूपयों के कामों की सौगात मिली है। इसका ज्यादातर हिस्सा अजमेर में खर्च होगा।
उन्होंने कहा कि अजमेर को हर दृष्टिकोण से आगे बढ़ाएंगे। शिक्षा नगरी के रूप में विख्यात अजमेर में आयुर्वेद विश्वविद्यालय की शुरूआत की जा रही है। यह अजमेर में चिकित्सा के क्षेत्र में नए कीर्तिमान स्थापित करेगा। खेलों की दृष्टि से अजमेर को विकास के पथ पर ले जाने के लिए स्पोट्र्स कॉलेज एवं एथलेटिक्स अकादमी स्थापित की जाएगी। इसी तरह पेयजल क्रांति के लिए 270 करोड़ की लागत से नसीराबाद से नौसर कोटड़ा तक पाइपलाइन व तीन सर्विस रिजर्वायर स्थापित किए जाएंगे। आईटी पार्क रोजगार के क्षेत्र में मील का पत्थर साबित होगा।
उन्होंने कहा कि अजमेर उत्तर में सड़क व नाला विाकस के लिए 56 करोड़ रूपए लागत से विकास कार्य होंगे। अगले एक साल में 30 करोड़ लागत के नाले बनेंगे। कोई भी नाला कच्चा नहीं रहेगा। इसी तरह 26 करोड़ रूपए की लागत से सड़कें बनेगी। अजमेर की सभी सड़कों को दीपावली तक सुधार लिया जाएगा। एलीवेटेड रोड़ के नीचे की सड़क को भी शीघ्र सुधारा जाएगा। कचहरी रोड़ पर अतिक्रमण हटाए गए हैं। नाला निर्माण भी जल्द करवा लिया जाएगा।
देवनानी ने कहा कि अजमेर को पर्यटन के पंख लगाने के लिए चामुंडा माता मंदिर तक रोप वे और अजयसर में लैपर्ड सफारी एक अहम पड़ाव साबित होंगे।
रिपोर्ट – राम गोपाल सैनी