जयपुर (हमारा वतन) चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री गजेन्द्र सिंह खींवसर ने कहा कि आमजन को बेहतरीन चिकित्सा सुविधाएं सुगमतापूर्वक उपलब्ध करवाने के लिए राज्य सरकार प्रतिबद्ध है। इसी कड़ी में दिसम्बर, 2024 से सवाई मानसिंह अस्पताल परिसर में निर्माणाधीन इंस्टीट्यूट ऑफ कार्डियोवेस्कुलर साइंसेज का संचालन प्रारंभ किया जाएगा।
चिकित्सा मंत्री ने बुधवार शाम को इंस्टीट्यूट ऑफ कार्डियोवेस्कुलर साइंसेज के निर्माणाधीन भवन का अवलोकन किया। उन्होंने भवन में चल रहे निर्माण कार्यों का गहन निरीक्षण किया और निर्माण कार्यों को जल्द से जल्द पूरा कर फिनिशिंग वर्क नवम्बर माह तक पूरा करने के निर्देश दिए।
खींवसर ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि सिविल कार्यों के साथ-साथ इंस्टीट्यूट में स्थापित किए जाने वाले उपकरणों एवं जांच मशीनों की खरीद एवं स्थापना की कार्यवाही भी शीघ्र की जाए। उन्होंने टाइमलाइन निर्धारित कर यह कार्य पूरा करने के निर्देश दिए। खींवसर ने कहा कि सभी कार्य गुणवत्तापूर्ण हों। यहां स्थापित की जाने वाली मशीनें एवं उपकरण विश्वस्तरीय हों। साथ ही भवन को अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस किया जाए। उन्होंने यहां सुरक्षा एवं साफ-सफाई के भी माकूल प्रबंध सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की प्रमुख शासन सचिव गायत्री राठौड़ ने बताया कि इंस्टीट्यूट का सिविल कार्य नवम्बर माह तक पूरा करने का प्रयास किया जा रहा है। सिविल कार्य पूर्ण होते हुए जांच मशीनों एवं उपकरणों की स्थापना का काम प्रारम्भ कर दिया जाएगा। चिकित्सा शिक्षा सचिव अम्बरीश कुमार ने कहा कि राज्य सरकार की प्रतिबद्धता के अनुरूप यहां रोगियों को उच्च स्तरीय उपचार उपलब्ध करवाया जाएगा। उन्होंने कहा कि नियमित मॉनिटरिंग कर इंस्टीट्यूट के शेष कार्य जल्द से जल्द पूरे किए जाएंगे।
चिकित्सा शिक्षा आयुक्त इकबाल खान ने बताया कि अत्याधुनिक इंस्टीट्यूट ऑफ कार्डियोवेस्कुलर साइंसेज में करीब 200 बैड उपलब्ध होंगे। इस भवन में 5 कैथलेब, 5 मॉड्यूलर ओटी, कार्डियक इमरजेंसी, उच्च स्तरीय जांच एवं ओपीडी जैसी विभिन्न विश्वस्तरीय सुविधाएं उपलब्ध होंगी।
रिपोर्ट – राम गोपाल सैनी