जयपुर (हमारा वतन) मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने कहा कि योग हमारे ऋषि-मुनियों द्वारा विश्व को प्रदान किया गया ऐसा अमूल्य उपहार है, जो शरीर एवं मन दोनों को स्वस्थ रखता है। इसलिए योग को हमें जीवन का अभिन्न अंग बनाना चाहिए। मुख्यमंत्री शुक्रवार को मुख्यमंत्री कार्यालय में अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस (21 जून) पर राज्य में आयोजित होने वाले कार्यक्रमों की तैयारियों को लेकर बैठक ले रहे थे। उन्होंने कहा कि राज्य का प्रत्येक नागरिक योग को अपनाकर स्वस्थ राजस्थान के निर्माण में योगदान दें।
शर्मा ने कहा कि देश के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने योग को अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर एक नई पहचान और सम्मान दिलाया है। प्रधानमंत्री जी स्वयं भी नियमित रूप से योग करते हैं, जिससे वे दिनभर ऊर्जावान रहकर कर्मयोगी के रूप में सक्रिय रहते हैं। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि प्रधानमंत्री का प्रेरणादायी उद्बोधन योग दिवस पर होने वाले प्रत्येक कार्यक्रम स्थल पर प्रसारित किया जाए, जिससे बच्चों और युवाओं को स्वस्थ जीवन शैली अपनाने की प्रेरणा मिल सके।
शर्मा ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि राज्य का हर विभाग अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस के बारे में आमजन को जागरूक करें तथा इसका व्यापक प्रचार-प्रसार करें। उन्होंने कहा कि पंचायत से लेकर जिला स्तर तक योग दिवस पर कार्यक्रम आयोजित किए जाएं तथा इन्हें अधिक से अधिक सफल बनाने के लिए स्वयंसेवी संस्थाओं, निजी स्कूलों-कॉलेजों का भी सहयोग लिया जाए। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि योग दिवस पर श्रेष्ठ आयोजन करने वाले विद्यालयों को सम्मानित कर उन्हें प्रोत्साहित किया जाए।
बैठक में जानकारी दी गई कि अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस पर राज्यस्तरीय कार्यक्रम राजधानी जयपुर में आयोजित किया जाएगा जिसमें हजारों की संख्या में बच्चे, युवा, महिलाएं तथा बुजुर्ग भाग लेंगे। प्रत्येक जिला मुख्यालय पर भी वृहद् स्तर पर कार्यक्रम होंगे, जिनमें योग गुरू लगभग 45 मिनट तक प्रतिभागियों को विभिन्न योगासन करवाएंगे।
बैठक में मुख्य सचिव सुधांश पंत, अतिरिक्त मुख्य सचिव, मुख्यमंत्री कार्यालय शिखर अग्रवाल, अतिरिक्त मुख्य सचिव वित्त अखिल अरोड़ा सहित विभिन्न विभागों के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे |