भोपाल (हमारा वतन) मध्य प्रदेश के खरगोन जिले के जैतापुर पुलिस चौकी क्षेत्र में एक दंपती द्वारा खुदकुशी करने का मामला सामने आया है। गुरुवार देर रात पहले युवक ने घर की छत पर फांसी का फंदा लगा लिया। उसे अस्पताल ले जाया गया, जहां उसने दम तोड़ दिया। इसके बाद वहीं मौजूद उसकी पत्नी भी अचानक वहां से कहीं चली गई और शुक्रवार सुबह उसकी भी लाश एक पेड़ से लटकी मिली। करीब घंटे भर के भीतर ही दोनों पति-पत्नी ने फांसी लगाकर जान दे दी। दंपती की दो माह की एक बेटी भी है, जिसका अब रो-रो कर बुरा हाल है। हालांकि, पुलिस भी अब इस पूरे मामले की जांच में जुटी हुई है।
जानकारी के अनुसार, मृतक दंपती की पहचान गोविंद और उसकी पत्नी सीता के रूप में हुई है। पति-पत्नी द्वारा इतना बड़ा कदम उठाने से परिवार में मातम पसरा हुआ है। दोनों का शुक्रवार सुबह पोस्टमॉर्टम कराया गया। गोविंद ने गुरुवार देर शाम अपने ही घर की छत पर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी। परिजनों की नजर पड़ने पर उसे बेहोशी की हालत में जिला अस्पताल ले जाया गया, जहां आईसीयू में इलाज के दौरान उसने दम तोड़ दिया।
पति की मौत के बाद पत्नी सीता भी अचानक अस्पताल से रात करीब 10:30 बजे कहीं चली गई। परिजन रातभर उसे तलाश करते रहे, लेकिन वह नहीं मिली। इसके बाद परिजन उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट लिखाने थाने भी गए, जहां उन्हें पहले अच्छी तरह से ढूंढ लेने की बात कही गई, जिस पर परिजन उसे ढूंढते रहे।
हालांकि, शुक्रवार सुबह कुछ राहगीरों ने सीता को खण्डवा रोड आदर्श नगर के पास नीम के पेड़ पर फंदे से लटके देखकर पुलिस को इसकी सूचना दी। गोविंद सहित पूरा परिवार खण्डवा रोड पर एक फैक्ट्री की चाल में रहता है और सभी खेतिहर मजदूर हैं। मृतक दंपती की दो माह की एक बेटी भी है। शुरुआती जांच में पता चला है कि घटना के पहले दोनों के बीच किसी बात को लेकर कुछ विवाद हुआ था। वहीं, पुलिस अब इस पूरे मामले की जांच में जुटी है।
मृतक गोविंद के पिता कन्हैया ने बताया कि उनका परिवार काजलपुरा में रहता है। मैं तो खेत गया हुआ था और शाम को 7 बजे मैंने गोविंद को खाना खाने भेजा तो उसने छत पर सोने की बात कही थी। फिर थोड़ी देर बाद वो लटक गया। उसके 1 घंटे बाद हम सब तो सरकारी अस्पताल में थे। वहां हमारी बहू भी बैठी हुई थी, तभी वो वहां से कहीं चली गई। हमने उसे काफी ढूंढा, लेकिन वह नहीं मिली। आज सुबह उसने भी फांसी लगाकर जान दे दी।
रिपोर्ट – राम गोपाल सैनी